उद्योजकतेच्या संधी ठायी ठायी विखुरलेल्या असतात. हाडाचा उद्योजक त्या नेमकेपणानं हेरतो आणि त्याचं एका उद्योगात रुपांतर करतो. उद्योग कशाचाही करता येतो. लोकांच्या गरजा आणि आपल्याकडची उत्पादनक्षमता यांचा ताळमेळ जमवता आला तर उद्योजक बनणं अवघड गोष्ट नाही. पत्नीच्या कॅन्सरसारख्या आजारात हळव्या मनस्थितीत असताना पराग मुळ्ये यांनी कॅन्सर या विषयाचा बराच अभ्यास केला आणि त्यातून चक्क एक उद्योग त्यांना सापडला. नेमका काय आहे हा उद्योग? ऐका मिलिंद कुलकर्णी यांच्यासह.
শৃংখলা
Zakelijk en investeren
এই অডিঅ’বুকখনৰ মূল্যাংকন কৰক
আমাক আপোনাৰ মতামত জনাওক।
অডিঅ'বুক শুনাৰ নির্দেশাৱলী
স্মাৰ্টফ’ন আৰু টেবলেট
Android আৰু iPad/iPhoneৰ বাবে Google Play Books এপটো ইনষ্টল কৰক। ই স্বয়ংক্রিয়ভাৱে আপোনাৰ একাউণ্টৰ সৈতে ছিংক হয় আৰু আপুনি য'তে নাথাকক ত'তেই কোনো অডিঅ'বুক অনলাইন বা অফলাইনত শুনিবলৈ সুবিধা দিয়ে।