GUDGULYA

· MEHTA PUBLISHING HOUSE
৪.৫
৪টি রিভিউ
ই-বুক
80
পৃষ্ঠা
রেটিং ও রিভিউ যাচাই করা হয়নি  আরও জানুন

এই ই-বুকের বিষয়ে

१९२० ते १९२५ या पाच वर्षांच्या संक्रमणकाळानंतर मराठी ललित वाड्मयात नवनवीन लेखकांनी आपापली वैशिष्ट्यपूर्ण दालने उघडली. विनोदाच्या क्षेत्रात चिंतामण विनायक जोशी यांनी आपली स्वतंत्र; परंतु खणखणीत नाममुद्रा उमटवली. याआधी मराठीतील विनोदाचे स्वरूप निबंधासारखे होते. चिंतामणरावांनी त्याला गोष्टीचे वळण दिले. त्यांच्या प्रतिभेने आजवर लाखो वाचकांना हसवले आहे. आपल्या दु:खांची शल्ये बोथट करून घेण्याच्या कामी त्यांना साहाय्य केले आहे. एकीकडे गुदगुल्या करीत, दुसरीकडे त्यांना आपल्या लहान-मोठ्या विसंगतींची जाणीव करून दिली आहे. व्यक्तिजीवनातल्या आणि समाजजीवनातल्या अनेक नव्या-जुन्या विसंवादी गोष्टींवर त्यांनी प्रकाश टाकला आहे. विविधता, सरसता व वास्तवता ही त्यांच्या विनोदशैलीची गुणवैशिष्ट्ये म्हणता येतील. या छोट्याशा पुस्तकात वानवळा म्हणून संग्रहीत केलेल्या त्यांच्या निवडक सहा विनोदी कथांवरून त्यांच्या बाह्यत: अत्यंत साध्या दिसणाऱ्या, पण विलक्षण मार्मिक असलेल्या विनोदी-दृष्टीचा संचार किती अप्रतिहत आहे, हे वाचकांना सहज कळून येईल.

Humours, light and entertaining stories by V.S. Khandekar

রেটিং ও পর্যালোচনাগুলি

৪.৫
৪টি রিভিউ

লেখক সম্পর্কে

 

ই-বুকে রেটিং দিন

আপনার মতামত জানান।

পঠন তথ্য

স্মার্টফোন এবং ট্যাবলেট
Android এবং iPad/iPhone এর জন্য Google Play বই অ্যাপ ইনস্টল করুন। এটি আপনার অ্যাকাউন্টের সাথে অটোমেটিক সিঙ্ক হয় ও আপনি অনলাইন বা অফলাইন যাই থাকুন না কেন আপনাকে পড়তে দেয়।
ল্যাপটপ ও কম্পিউটার
Google Play থেকে কেনা অডিওবুক আপনি কম্পিউটারের ওয়েব ব্রাউজারে শুনতে পারেন।
eReader এবং অন্যান্য ডিভাইস
Kobo eReaders-এর মতো e-ink ডিভাইসে পড়তে, আপনাকে একটি ফাইল ডাউনলোড ও আপনার ডিভাইসে ট্রান্সফার করতে হবে। ব্যবহারকারীর উদ্দেশ্যে তৈরি সহায়তা কেন্দ্রতে দেওয়া নির্দেশাবলী অনুসরণ করে যেসব eReader-এ ফাইল পড়া যাবে সেখানে ট্রান্সফার করুন।