Saalam

· Storyside IN · Aniruddha Dadkeৰ দ্বাৰা বর্ণিত
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रानगाव... नावाप्रमाणेच रानटी, धूर्त, संधीसाधू कोल्ह्याच्या प्रवृत्तीचे गाव...आणि त्यांच्या गावातच सिंहासारखा बलवान, साहसी असा पापू... ज्याच्या उपकाराखाली संपूर्ण गाव दबलेले...त्याचा धाक, आदर, दरारा सहन न झाल्याने त्याला गावाची 'कार्यकारणी' गाठते आणि ठोठावते शिक्षा मृत्यूदंडाची! आणि हे घडते एका निरागस, लहानग्या 'सालम' समोर...! 'सालम' - 'रानगाव- बारी'च्या देवाचे नाव... आणि पापूच्या मुलाचेही... तोच सालम आता पंधरा वर्षाने परत रानगावला परत आला आहे... ते देखील पापूचे रूप घेऊन...सव्वासहा फूट उंची, भरीव- रुंद खांदे, जणूकाही पोलादी बांधा...आणि यावरही मात करणारे चमकदार हिरवे डोळे... थेट समोरच्या व्यक्तिच्या अंतरंगाचा वेध घेणारे... एकदम पापूसारखे! पण सालम आला तरी का?वडिलांच्या मृत्यूचा सूड घ्यायला?... की आपले लहानपणीचे रानगाव कसे होते या कुतूहलाने? 'मी पहिला वार करणार नाही!' असा शब्द देऊन सालम रानगावासमोर येतो...काय होणार पुढे? 'कार्यकारणी' ठरवणार का दोषी सालमला? की जाळ्यात अडकणार? काय होईल या दोन पिढींच्या संघर्षात? ऐका शिरवळकरांची एक अफलातून कहाणी- सालम- अनिरुद्ध दडकेच्या प्रभावी आवाजात!

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