Khaike Paan Pardeshiwala (Yashaswi Udyojak)

· Yashaswi Udyojak पुस्तक 66 · Storyside IN · Amogh की आवाज़ में
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कन्हैय्यालाल परदेशी, शिवलाल परदेशी आणि अमर परदेशी या तीन पिढ्यांनी पानाच्या व्यवसायात बस्तान बसवलं आहे. 1961 सालापासून संपूर्ण पुण्याला पानं पुरवण्याचा व्यवसाय करता करता ते अनेक पानपट्ट्यांचे मालक झाले आहेत. त्यांची ही कहाणी.

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