* मेरे पति ज़्यादा समय मेरे साथ बिताएँ।
* मेरी पत्नी मेरे घरवालों से अच्छा व्यवहार करे।
* बच्चों ने समय पर चीज़ें सही जगह पर रखनी चाहिए।
* मेरे बच्चों ने मेरी बात माननी चाहिए।
* माता-पिता ने मुझे थोड़ी-बहुत आज़ादी देनी चाहिए।
* कर्मचारीयों ने दिया हुआ कार्य समय पर पूर्ण करना चाहिए।
* पड़ोसियों ने घर के मामलों में दखल-अंदाजी नहीं करनी चाहिए।
* मेरी गाड़ी रास्ते में खराब नहीं होनी चाहिए।
अक्षर ‘हाँ’ तो यह पुस्तक आपको इच्छा, आकांक्षा, अशांति से मुक्त करके दिशादर्शक बनेगी। इस पुस्तक में दी गई कहानी के पठन करने से खुद-ब-खुद आपकी अनगिनत कामनाएँ कम हो जाएँगी व आपके पारिवारिक, सामाजिक, व्यवसायिक रिश्ते मधुर और मज़बूत हो जाएँगे।