ताश खेलते वक्त कभी-कभी एकाध पत्ता नीचे चला जाता है और खेल खत्म होने तक वापस सामने नहीं आता। जीवन की सिखावनियों के साथ भी कई बार ऐसा होता है। कुछ साल पहले आपने जो बातें सीखी थीं, वे समय के साथ इस कदर धुँधली हो जाती हैं कि जीवन के अंत तक वापस सामने ही नहीं आतीं।
जैसे बचपन में सिखाया जाता है कि सभी के लिए अच्छा सोचें। मगर जैसे-जैसे इंसान बड़ा होते जाता है, वैसे-वैसे नफरत, द्वेष, ईर्ष्या आदि नकारात्मक भावनाएँ इस कदर उसके मन में पनपती हैं कि वह सभी के लिए अच्छा सोचना लगभग भूल ही जाता है। जिससे जीवन में फ्री फ्लो का बहाव रुक जाता है। ऐसे समय पर मायूस न होकर इस पुस्तक की सहायता लें। इसमें जानें-
* नकारात्मक विचारों के कंकर कैसे हटाएँ
* जीवनधारा के फ्री फ्लो में कैसे बहें
* एक्स्ट्रा समय का उपयोग बेस्ट चुनाव करने के लिए कैसे करें
* काबिलियत से परे ईश्वरीय कृपा को कैसे पाएँ
* नकारात्मक विचारों का ऑपरेशन कैसे करें
* ‘हेल्प’ शब्द में छिपी चार अनमोल शक्तियों का उपयोग जीवन में कैसे करें