Shani : Pyar Par Tedhi Nazar

· Vani Prakashan
5,0
1 avaliação
E-book
138
Páginas
As notas e avaliações não são verificadas Saiba mais

Sobre este e-book

साहित्य में ज्योतिष के सन्दर्भ, दृष्टिकोण और व्यावहारिकता का एक नया और लगभग अछूता-सा आयाम लेकर उतरे हैं युवा लेखक पंकज कौरव वह जानते हैं कि उनका इरादा किसी तरह के छद्म को सघन करना नहीं है। वह तो चाहते हैं कि हिन्दुस्तान के हज़ारों-लाखों की तादाद में जो युवा मायानगरी की तरफ़ लपके चले आ रहे हैं वे यहाँ अपने श्रम और प्रतिभा के दम पर ही अपना होना-बनना सिद्ध करें, न कि ज्योतिष और ग्रहों की मोहक लेकिन अन्धी गलियों में सरक जायें। पंकज फिलहाल ख़ुद को ज़िन्दगी के समानान्तर खड़ी और ज़िन्दगी को बहलाती-फुसलाती इसी मरीचिका पर केन्द्रित रखना चाहते हैं। नयी वाली हिन्दी तो नहीं, उसके आसपास की भाषा और शब्दावली के प्रयोग से उन्होंने परहेज़ नहीं किया है। इसका मकसद भी लाखों-लाख लोगों तक पहुँचने की सदिच्छा में निहित है। मौजूदा उपन्यास 'शनि' कॉरपोरेट जगत् की चकाचौंध, मारामारी, अवसाद और स्याह-रंगीन स्वप्नों-दुःस्वप्ने के बीच जीते-मरते युवाओं के संघर्ष का मार्मिक और खरा आख्यान भर है। पंकज के पास दावे नहीं विनम्र इरादे हैं जिनके आलोक में इस रचना को पढ़ा-समझा जाये, ऐसी अपेक्षा वह पाठकों से करते हैं। युवाओं के लिए, युवाओं के बारे में एक युवा का सरोकार है 'शनि' इस शनि से भागें नहीं, इससे मुठभेड़ करें और अपने जीवन की पेचीदगियों को सहज-सरल करने का प्रयास करें। -धीरेन्द्र अस्थाना

Classificações e resenhas

5,0
1 avaliação

Sobre o autor

पंकज कौरव जन्म : 29 अप्रैल, 1977 (करेली, मध्य प्रदेश) शिक्षा : एम.ए. (अंग्रेज़ी साहित्य) राजकमल प्रकाशन से सन् 2001 में उप–सम्पादक के तौर पर करियर की शुरुआत। सहारा टीवी, आजतक और टाइम्स-ग्रुप जैसे संस्थानों की सम्पादकीय टीम में लगभग 15 वर्ष सेवारत रहने के बाद पिछले कुछ वर्षों से बतौर फ्रीलांसर मुम्बई के मनोरंजन जगत् में लगातार लेखन। फ़िल्म और वेबसीरीज़ के लिए पटकथा और संवाद लेखन में सक्रिय। तकरीबन सौ कहानियाँ एफएम रेडियो पर प्रसारित । व्यावसायिक लेखन से इतर निजी लेखन में ज्योतिषीय मिथक पसन्दीदा विषय। 'शनि : प्यार पर टेढ़ी नज़र' पहला उपन्यास है।

Avaliar este e-book

Diga o que você achou

Informações de leitura

Smartphones e tablets
Instale o app Google Play Livros para Android e iPad/iPhone. Ele sincroniza automaticamente com sua conta e permite ler on-line ou off-line, o que você preferir.
Laptops e computadores
Você pode ouvir audiolivros comprados no Google Play usando o navegador da Web do seu computador.
eReaders e outros dispositivos
Para ler em dispositivos de e-ink como os e-readers Kobo, é necessário fazer o download e transferir um arquivo para o aparelho. Siga as instruções detalhadas da Central de Ajuda se quiser transferir arquivos para os e-readers compatíveis.