'राधाकृष्णन पिल्लई की पुस्तकों में चाणक्य और उनका अर्थशास्त्र जीवन्त हो उठता है। - टाइम्स ऑफ़ इंडिया
'अतीत में एक अवलोकन...भविष्य में एक बड़ा कदम' - न्यू इंडियन एक्सप्रेस
'प्राचीन प्रज्ञा, आधुनिक ज्ञान' - बिज़नेस हेरोल्ड 'नेतृत्व विकास का चाणक्यवादी तरीका' - द हिन्दू
राधाकृष्णन पिल्लई प्रबन्धन के क्षेत्र के वक्ता और नीतिगत परामर्शदाता हैं जिनको लगभग पच्चीस वर्षों का अनुभव प्राप्त है और इन विषयों पर उन्होंने 200 से ज़्यादा निबंध और आलेख लिखे हैं। उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएच।डी की उपाधि प्राप्त की है। पिल्लई फ़िलहाल इस विश्वविद्यालय के लीडरशिप साइंस प्रोग्राम के उप निदेशक हैं और उन्होंने ऑक्सफ़ोर्ड, कैम्ब्रिज, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों तथा भारतीय प्रबन्धन संस्थानों में अध्यापन किया है। उन्होंने एथेंस में आयोजित वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ़ मैनेजमेंट और इंडियन फिलॉसॉफिकल कांग्रेस में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। प्रबन्धन और औद्योगिक विकास के क्षेत्रों में उनके योगदान के लिए उनको 2009 में इंटरनैशनल सरदार पटेल अवॉर्ड और 2013 में आविष्कार चाणक्य इनोवेशन रिसर्च अवॉर्ड प्रदान किये गए हैं। पिल्लई को थिंकर्स 50 द्वारा प्रबन्धन के क्षेत्र के वैश्विक स्तर के तीस शीर्षस्थ भारतीय चिन्तकों में शुमार किया गया है। उनके द्वारा लिखी गयी पुस्तकों में 'कॉर्पोरेट चाणक्य', 'चाणक्य इन यू', 'चाणक्याज़ सेवन सीक्रेट्स ऑफ़ लीडरशिप' (सहलेखक डी. शिवानन्द), 'कथा चणक्य 'और 'चाणक्य इन डेली लाइफ' शामिल हैं। उनसे [email protected] पर संपर्क किया जा सकता है।