जब 7 फरवरी, 2007 को गूगल ने विज्ञापन आधारित इ-मेल सेवा ‘जी-मेल’ को शुरू किया था तो यह जगजाहिर हो गया था कि वह अपने मूल कारोबार वेब सर्च इंजन के दायरे से बाहर निकलकर उत्पादकता सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में कदम बढ़ा रही थी। गूगल का सबसे बड़ा लक्ष्य आम इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को माइक्रोसॉफ्ट की एकाधिकारवादी लोकप्रिय उत्पादकता अनुप्रयोगों (प्रोडक्टिविटी एप्लीकेशन) से मुक्ति दिलानी थी। गूगल का पहला निशाना माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस (माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल व माइक्रोसॉफ्ट पॉवर पॉइंट) था, जिसके लिए गूगल ने ‘गूगल डॉक्स’ का विकास किया था। इसे बाद में, फाइल भंडारण व समकालीकरण (फाइल स्टोरेज एंड सिंक्रनाइजेशन) के सिंक्रोनाइजेशन) सेवा—गूगल ड्राइव—के साथ एकीकृत कर दिया गया था।
GMAIL KI SUCCESS STORY by PRADEEP THAKUR: Explore the journey of Gmail, Google's revolutionary email service, and its impact on modern communication. Pradeep Thakur delves into the success story of Gmail, revealing the innovation and technology behind its development.
Key Aspects of the Book "GMAIL KI SUCCESS STORY":
Technological Advancements: Learn about the cutting-edge technologies that contributed to the creation and evolution of Gmail as a leading email platform.
Business and Innovation: Explore how Google's approach to email services disrupted the industry and influenced the way we communicate.
Impact on Society: Analyze the broader societal and technological implications of Gmail's success in shaping the digital landscape.
Pradeep Thakur provides insights into the remarkable success story of Gmail in his book, shedding light on the technological innovations and strategies that made it a global phenomenon.