अपने देशवासियों पर घोर अत्याचार होता देखकर युवा ऊधम सिंह का खून खौल उठा। उसने तय किया कि भारतीयों के मान-सम्मान को कुचलने के इरादे से किए गए जलियावाले हत्याकांड का वह बदला अवश्य लेगा। ऊधम सिंह के अंदर प्रतिशोध और देशभक्ति की ज्वाला इतनी तीव्र हो गई थी कि जब कुछ सालों बाद उसे पता चला कि गोलीकांड करवानेवाला ब्रिगेडियर जनरल ई. एच. डायर इंग्लैंड जाकर बेहद बीमार हो गया और फिर कुछ साल तक बीमारी झेलते-झेलते उसकी मौत हो गई तो वह काफी निराश हुआ।
पंजाब से निकलकर इंग्लैंड जाने और बड़े अंग्रेज अफसरों तक पहुँचने का सफर ऊधम सिंह के लिए आसान नहीं रहा। हालाँकि कठिनाइयों का सामना करने की आदत तो उसे बचपन से ही पड़ गई थी। ऊधम सिंह के बचपन से लेकर क्रांतिकारी बनने और जलियाँवाला बाग हत्याकांड का बदला लेने तथा मातृभूमि के लिए फाँसी के फंदे पर झूलने तक की कहानी इस पुस्तक में दी गई है।
Shaheed Udham Singh Author: Poonam Yadav
Shaheed Udham Singh by Poonam Yadav is a compelling biographical account of one of India's legendary freedom fighters. Through meticulous research and vivid storytelling, the author chronicles the extraordinary life and heroic deeds of Udham Singh, who played a pivotal role in the struggle for India's independence.
Yadav takes readers on a captivating journey, shedding light on the socio-political climate of the time and the motivations that drove Udham Singh to sacrifice everything for his nation. This book serves as a tribute to the indomitable spirit of the freedom fighters and inspires readers to uphold the values of courage, patriotism, and sacrifice.
Immerse yourself in the extraordinary life of Shaheed Udham Singh, a freedom fighter whose sacrifices and indomitable spirit shaped the struggle for independence in a challenging socio-political climate. Discover the courage, patriotism, and resilience of this remarkable figure through a biographical account that pays tribute to his legacy.