कई बार समाज के लोगों को ऐसा लगता है कि विकलांग के प्रति दया भाव से देखना चाहिए। मैं मानता हूँ कि विकलांगों का इससे बड़ा अपमान कोई नहीं हो सकता है। दया और करुणा स्वस्थ समाज के स्वस्थ मन का विचार नहीं है। वास्तव में इन भाइयों की ओर कर्तव्य-भाव से देखना चाहिए। किसी एक परिवार में यदि कोई संतान विकलांग है तो उसका उत्तरदायित्व उस कुटुंब का नहीं; बल्कि समग्र समाज का होना चाहिए; यद्यपि ईश्वर ने किसी एक घर में उसे जन्म दिया हो। इसका समस्त उत्तरदायित्व उस घर का नहीं; बल्कि समस्त समाज; राज्य और देश का है। यह वातावरण हमें बनाना पड़ेगा। हमारे यहाँ इस प्रकार का वातावरण सदियों से था; परंतु कालक्रम में इसमें कमी आ गई है। उसे फिर से जीवित करने की आवश्यकता है। यदि ऐसा नहीं होता है तो मुझे ऐसा लगता है कि वह व्यक्ति विकलांग नहीं; बल्कि समाज विकलांग है। स्वस्थ समाज तो वह है; जो विकलांग को समाज की पूँजी मानता है।कई बार समाज के लोगों को ऐसा लगता है कि विकलांग के प्रति दया भाव से देखना चाहिए। मैं मानता हूँ कि विकलांगों का इससे बड़ा अपमान कोई नहीं हो सकता है। दया और करुणा स्वस्थ समाज के स्वस्थ मन का विचार नहीं है। वास्तव में इन भाइयों की ओर कर्तव्य-भाव से देखना चाहिए। किसी एक परिवार में यदि कोई संतान विकलांग है तो उसका उत्तरदायित्व उस कुटुंब का नहीं; बल्कि समग्र समाज का होना चाहिए; यद्यपि ईश्वर ने किसी एक घर में उसे जन्म दिया हो। इसका समस्त उत्तरदायित्व उस घर का नहीं; बल्कि समस्त समाज; राज्य और देश का है। यह वातावरण हमें बनाना पड़ेगा। हमारे यहाँ इस प्रकार का वातावरण सदियों से था; परंतु कालक्रम में इसमें कमी आ गई है। उसे फिर से जीवित करने की आवश्यकता है। यदि ऐसा नहीं होता है तो मुझे ऐसा लगता है कि वह व्यक्ति विकलांग नहीं; बल्कि समाज विकलांग है। स्वस्थ समाज तो वह है; जो विकलांग को समाज की पूँजी मानता है।Sevabhav-Ishwar ka Prasad by Narendra Modi: "Sevabhav-Ishwar ka Prasad" delves into the concept of selfless service and its significance in spirituality and personal development. Narendra Modi explores the idea of serving others as a divine gift.
Key Aspects of the Book "Sevabhav-Ishwar ka Prasad":
Selfless Service: Narendra Modi reflects on the importance of selfless service (seva) and how it can lead to personal and spiritual growth.
Spiritual Insights: The book explores the spiritual dimensions of seva and how it can connect individuals to a higher purpose.
Practical Guidance: Readers can find practical suggestions for incorporating seva into their lives and making a positive impact on society.
Narendra Modi shares his thoughts on the transformative power of selfless service in "Sevabhav-Ishwar ka Prasad," encouraging readers to embrace seva as a means of personal and spiritual fulfillment.