NAGKESHAR

· MEHTA PUBLISHING HOUSE
5.0
4 समीक्षाएं
ई-बुक
404
पेज
रेटिंग और समीक्षाओं की पुष्टि नहीं हुई है  ज़्यादा जानें

इस ई-बुक के बारे में जानकारी

  प्रसिद्ध लेखक विश्‍वास पाटील यांची ’नागकेशर’ ही कादंबरी साखर कारखान्यातील कौटुंबिक सत्तासंघर्ष आणि राजकारणावर आधारित आहे. डोंगरे-देशमुख घराणे या एकाच कुटुंबातील सहकारमहर्षी बापूराव आणि बबननाना या दोन भावांमध्ये गजरा सहकारी साखर कारखान्यातील सत्तेसाठी सुरू झालेल्या संघर्ष आणि राजकारणाचे हे चित्रण आहे. हा संघर्ष व राजकारण पुढे त्या दोघांच्या नातवंडांपर्यंत कसा विस्तारत जातो त्याचे प्रत्ययकारी वर्णन लेखकाने कादंबरीत केले आहे. The famous novelist Shree. Patil’s latest writing is based on the sugar factory, family conflicts over the ownership of the same and politics. The two brothers, Bapurao and Baban Nana, are from the prestigious Dongare-Deshmukh family. They own the Gajara Co-operative Sugar Factory. Now, each one wishes to have unlimited ownership of the same without having to do anything with the other brother.

रेटिंग और समीक्षाएं

5.0
4 समीक्षाएं

इस ई-बुक को रेटिंग दें

हमें अपनी राय बताएं.

पठन जानकारी

स्मार्टफ़ोन और टैबलेट
Android और iPad/iPhone के लिए Google Play किताबें ऐप्लिकेशन इंस्टॉल करें. यह आपके खाते के साथ अपने आप सिंक हो जाता है और आपको कहीं भी ऑनलाइन या ऑफ़लाइन पढ़ने की सुविधा देता है.
लैपटॉप और कंप्यूटर
आप अपने कंप्यूटर के वेब ब्राउज़र का उपयोग करके Google Play पर खरीदी गई ऑडियो किताबें सुन सकते हैं.
eReaders और अन्य डिवाइस
Kobo ई-रीडर जैसी ई-इंक डिवाइसों पर कुछ पढ़ने के लिए, आपको फ़ाइल डाउनलोड करके उसे अपने डिवाइस पर ट्रांसफ़र करना होगा. ई-रीडर पर काम करने वाली फ़ाइलों को ई-रीडर पर ट्रांसफ़र करने के लिए, सहायता केंद्र के निर्देशों का पालन करें.