अपने बारे में बस यही कहूँगी कि आपकी तरह और आपके जैसी ही हूँ। कहानियाँ पढ़ते-पढ़ते कब लिखने का शौक़ हो गया पता ही नहीं चला। खुद को कलम बद्ध करते-करते कब अपने आस-पास हो रही घटनाओं को अपने शब्दों में ढ़ालगी इसका पता तब चला जब लोग मेरी कहानियों को प्यार देने लगे। थोड़ी भावुक हूँ इसलिए अपनी हर कहानी से गहराई से जुड़ी हूँ। कई बार लिखते-लिखते खुद को कल्पना में देखने लगती हूँ और भावनाओं में बह जाती हूँ।
बी.ए. तक शिक्षा प्राप्त कर, एक साधारण गृहिणी से लेखिका तक का सफर तय करते हुए गद्य-पद्य दोनों विधाओं में बहुत सी कविताएँ, लघुकथाएँ, कहानियाँ एवं उपन्यासों आदि पर अपनी लेखनी का प्रयोग किया है।हिन्दी के एक जाने-माने एप्प पर एक सक्रिय लेखिका की भूमिका निभाते हुए कई प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की है।