प्रत्येक कविता आपको उस समय में ले जाती है, जब जीवन कल्पना और अद्भुत भावनाओं से भरा होता था। इन कविताओं के माध्यम से आपको अपने बचपन के खिलौने, दोस्तों के साथ बिताए प्यारे पलों और खुशियों को दोबारा जीने का अवसर मिलेगा। हर कविता जीवन के सबसे सुखद अध्याय के पन्नों को सरलता और सहजता से पलटती है। इस अनमोल यादों के संगम में आपका स्वागत है, और आशा है कि ये कविताएँ आपको अपने बचपन के मासूम और अद्वितीय पलों की सुंदरता की फिर से याद दिलाएंगी।
मेरा जन्म उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में हुआ है। मेरा बचपन पश्चिम बंगाल के हावड़ा में बीता। मेरी प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा हावड़ा में ही हुई। मैंने कोलकाता के सेंट पॉल्स कैथेड्रल मिशन कॉलेज से उच्चतर माध्यमिक की पढ़ाई की है। मैंने रायगंज पॉलिटेक्निक से डिप्लोमा पूरा किया। मेरे पास निर्माण उद्योग में लगभग पांच वर्ष का अनुभव है। मैने सिक्किम मनिपाल विश्वविद्यालय से स्नातक और स्नातकोत्तर की पढ़ाई की है। मैने मुंबई में एक गुणवत्ता प्रबंधन कम्पनी मे सहायक सलाहकार के रूप में दो वर्षों तक कार्य किया है।
वर्तमान में मैं कई मोर्चों पर एक साथ कार्य कर रहा हुँ, जैसे वित्तीय सलाहकार, शिक्षक और लेखक। मैं अंग्रेजी माध्यम के छात्रों के लिए कोचिंग का संचालन करता हुँ। रायगंज में रहते हुए मेरा कविता लेखने की ओर रूझान हुआ था। मेरी कविताएँ कॉलेज की पत्रिका में तीन वर्षों तक प्रकाशित हुई थीं। मुझे पुराने गीत सुनना, पुस्तकें पढ़ना और लेखन कार्य करना पसंद है। आजकल मैं हिंदी मे कविताएँ और प्रेरणा पर एक पुस्तक लिख रहा हुँ। “जब चाँद सुनहरा था” मेरी पहली कविता संग्रह है। इसमें बचपन की मीठी यादों को एक धागे मे पिरोया गया है।