विश्व के 140 से भी अधिक देशों में उनकी उपस्थिति, प्रेम-प्रसाद और विभिन्न विधियों से अनगिनत लोगों के जीवन में रूपांतरण हुआ है । गुरुजी ने संयुक्त राष्ट्र, विश्व आर्थिक मंच और हार्वर्ड विश्वविद्यालय के होनहार युवाओं को संबोधित किया है; संघर्ष और कलह से पीड़ित संसार में प्रेम का संदेश पहुँचाया है तथा मानव-मूल्यों को पुनरुज्जीवित किया है ।
जीवन के आनंद का बोध करानेवाले आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रवि शंकरजी की प्रेरणादायक जीवनगाथा ।