जब से विराट कोहली ने टीम इंडिया की कमान संभाली है तब से वह निरंतर जीत हासिल कर रहे हैं और इसी कारण क्रिकेट जानकार ये उम्मीद जता रहे हैं कि वो भारत के सर्वश्रेष्ठ कप्तान बनने का माद्दा रखते हैं। महेंद्र सिंह धोनी के टेस्ट क्रिकेट के संन्यास के बाद विराट कोहली को आधिकारिक तौर पर साल 2015 में टेस्ट कप्तानी का दायित्व सौंपा गया था। श्रीलंका के खिलाफ 2-1 की जीत के साथ पूर्णकालिक कप्तान की यात्रा शुरू करने वाले इस युवा कप्तान ने अब तक लगातार आठ सीरीज जीतन का रिकॉर्ड कायम किया है। इस दौरान उन्होंने न्यूजीलैंड, इंगलैंड, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका जैसी मजबूत टीमों को भी पटखनी दी है। अगर बात सीमित ओवर क्रिकेट की करें तो इसमें भी वो शानदार कप्तानी कर रहे हैं और युवा साथियों के साथ मिलकर कामयाबी भी बखूबी मिल रही है। विराट के नेतृत्व में टीम इंडिया आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन है तो वन-डे में तीसरे पायदान पर काबिज है। हां, टी 20 में यह टीम पांचवें नंबर पर है लिहाजा विराट को इस फॉर्मेट में बेहतर करने की जरूरत है। सबसे खास बात ये है कि विराट का ना सिर्फ अपने कोच बल्कि साथी खिलाड़ियों के साथ भी बेहतरीन तालमेल नजर आता है और यही उनकी कामयाबी का सबसे मजबूत पक्ष है। जबकि बतौर बल्लेबाज विराट कोहली का आकलन किया जाये तो वो इस वक्त 15000 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय रन और 47 शतक के साथ सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को चुनौती देते नजर आ रहे हैं। जबकि तमाम क्रिकेट विशेषज्ञ ये भलीभांति मानते हैं कि अगर विराट का बल्ला ऐसे ही चलता रहा तो वो सचिन के 100 शतक के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं जबकि उनकी फिटनेस तो सबके लिये एक मिशाल है ही। इधर भारतीय क्रिकेट के प्रीमियर टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी का 84वां सीजन शुरू होने वाला है जिससे विवादास्पद न्यूट्रल वेन्य नियम को हटा दिया गया है। जबकि इस बार 28 टीमों को सात-सात के चार ग्रुपों में बांटा गया है।