Bharat Ka Samvidhan

Prabhat Prakashan
4.4
25 шүүмж
Электрон ном
368
Хуудас
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Энэ электрон номын тухай

यह पुस्तक विभिन्‍न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों, शिक्षकों, विधिवेत्ताओं तथा संविधान व कानून के क्षेत्र में शोध कर रहे विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी है। इसके अतिरिक्त, भारतीय संविधान के विषय में जानकारी प्राप्त करने की इच्छा रखने वाले सुधी पाठक भी इसे पढ़कर अपना ज्ञानवर्धन कर सकते हैं। वस्तुतः, यह एक उपयोगी, पठनीय व संग्रहणीय ग्रंथ है। इसमें नागरिकता, राज्य की नीति के निदेशक तत्त्वों, कार्यपालिका, न्यायपालिका, व्यवस्थापिका, संघ एवं राज्यों के बीच संबंध, निर्वाचन, राजभाषा, आपदा-उपबंध, संविधान संशोधन इत्यादि विभिन्न विषयों से संबंधित प्रावधानों का विस्तृत उल्लेख है।

Үнэлгээ, сэтгэгдэл

4.4
25 шүүмж

Зохиогчийн тухай

डॉ. बी. आर. आंबेडकर प्रस्तुत पुस्तक 'भारत का संविधान 'डॉ. बी. आर. आंबेडकर द्वारा रचित मूल रचना है। भारत के संविधान को 26 नवंबर, 1949 को भारत द्वारा अंगीकृत और आत्मार्पित किया गया तथा 26 जनवरी, 1950 से इसे पूर्ण रूप से लागू किया गया। इस पुस्तक में हमारे संविधान के अनुच्छेदों व अनुसूचियों का क्रमानुसार विवरण दिया गया है। यह ग्रंथ भारतीय लोकतंत्र का प्रकाश-स्तंभ है, जिसके अनुसार जनता के प्रतिनिधि शासन संचालित करते हैं तथा साधारण नागरिक अपने अधिकारों व कर्त्तव्यों से अवगत होते हैं।

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