विद्यावतां भागवते परीक्षा। विद्वानों की परीक्षा भागवत में होती है। भागवतजी व्यासजी की सर्वोत्कृष्ट रचना है। इसकी गहराई समुद्र से भी अधिक है। रसिकजन इसमें गोता लगाते रहते हैं। गोता लगाने वाले इसमें अनेक रत्न प्राप्त करते रहते हैं। कोरोना काल में लाॅकडाउन में घर में रहकर भागवतजी में दृष्टि डालने का सुअवसर प्राप्त हुआ और भगवत्कृपा से जो प्राप्त हुआ, वही लगभग 25 प्रकरण में आप सभी के लिए प्रस्तुत है। पूर्व में ‘भागवतजी के छंद’ के नाम से मेरा ग्रंथ प्रकाशित हुआ था, जिसे देशभर के विद्वानों ने सराहा। इसके प्रथम संस्करण की सभी प्रतियां वितरित हो गईं। विश्वास है इस ग्रंथ को भी आप सभी का स्नेह प्राप्त होगा। ‘भागवतजी के छंद’ पुस्तक को डाक से मंगाकर ही प्राप्त कर पाए आप सभी। इस बार ग्रंथ प्रकाशित होते ही अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसे सर्वसुलभ साधनों से प्राप्त किया जा सकेगा।