Vivekanand (Best Of Rajkamal)

· Best Of Rajkamal စာအုပ် 74 · Storyside IN · Sumit Kaul က ဇာတ်ကြောင်းပြောပြထားသည်
၄.၃
သုံးသပ်ချက် ၃
အော်ဒီယိုစာအုပ်
6 နာရီ 2 မိနစ်
မူရင်းအတိုင်း
သတ်မှတ်ချက်ပြည့်မီသည်
အဆင့်သတ်မှတ်ချက်နှင့် သုံးသပ်ချက်များကို အတည်ပြုမထားပါ  ပိုမိုလေ့လာရန်
4 မိနစ် နမူနာ လိုချင်သလား။ အော့ဖ်လိုင်းဖြစ်နေသော်လည်း အချိန်မရွေး နားထောင်နိုင်သည်။ 
ထည့်ရန်

ဤအော်ဒီယိုစာအုပ်အကြောင်း

दो वर्ष भारत-भर में और अनन्तर तीन वर्ष विश्व-भर में उनका परिभ्रमण उनकी स्वतंत्र स्वाभाविक चेतना और सेवा-भावना का सहज ही यथेष्ट पूरक सिद्ध हुआ। वह घर-समाज के बन्धन से मुक्त, स्वच्छन्द, ईश्वर के साथ निरन्तर अकेले घूमते रहे। उनके जीवन का कोई क्षण ऐसा न था जिसमें उन्होंने ग्राम में, नगर में, धनी के, निर्धन के जीवन-स्पन्द की वेदना, लालसा, कुत्सा और पीड़ा से साक्षात् न किया हो। वह जन के जीवन से एकाकार हो गए। जीवन के महाग्रन्थ में उन्हें वह मिला जो पुस्तकालय की समस्त पोथियों में नहीं मिला था। पथचारी शिक्षार्थी के रूप में कैसी अद्वितीय शिक्षा उनको मिली! ...अस्तबल में या भिखारी-टोले में सो रहनेवाले जगत्-बधु ही नहीं थे, वह समदर्शी थे...आज अछूतों के आश्रय में पड़े तिरस्कृत मँगते हैं तो कल राजकुमारों के महेमान हैं, प्रधानमन्त्रियों औरे महाराजाओं से बराबरी पर बात कर रहे हैं, कभी दीनबन्धु रूप में पीडि़तों की पीड़ा को समर्पित हो रहे हैं, तो कभी श्रेष्ठियों के ऐश्वर्य को चुनौती दे रहे हैं और उनके निर्मम मानस में दुखी जन के लिए ममता जगा रहे हैं। पंडितों की विद्या से भी उनका परिचय था और औद्योगिक एवं ग्रामीण अर्थव्यपस्था की उन समस्याओं से भी, जो जनजीवन की नियामक हैं। वह निरन्तर सीख रहे थे, सिखा रहे थे और अपने को धीरे-धीरे भारत की आत्मा, उसकी एकता और उसकी नियति का प्रतीक बनाते जा रहे थे। ये तत्त्व उनमें समाहित थे और सारे संसार ने इनके दर्शन विवेकानन्द में किए।

အဆင့်သတ်မှတ်ခြင်း၊ သုံးသပ်ခြင်း

၄.၃
သုံးသပ်ချက် ၃

ဤအော်ဒီယိုစာအုပ်ကို အဆင့်သတ်မှတ်ပါ

သင့်အမြင်ကို ပြောပြပါ။

နားထောင်ခြင်းဆိုင်ရာ အချက်အလက်များ

စမတ်ဖုန်းများနှင့် တက်ဘလက်များ
Android နှင့် iPad/iPhone တို့အတွက် Google Play Books အက်ပ် ကို ထည့်သွင်းပါ။ ၎င်းသည် သင့်အကောင့်နှင့် အလိုအလျောက် စင့်ခ်လုပ်ပေးပြီး နေရာမရွေး အွန်လိုင်းတွင်ဖြစ်စေ သို့မဟုတ် အော့ဖ်လိုင်းတွင်ဖြစ်စေ ဖတ်ရှုခွင့်ရရှိစေပါသည်။
လက်တော့ပ်များနှင့် ကွန်ပျူတာများ
Google Play ပေါ်ရှိ သင်ဝယ်ထားသောစာအုပ်များကို သင့်ကွန်ပျူတာ ဝဘ်ဘရောင်ဇာကို အသုံးပြု၍ ဖတ်နိုင်သည်။

စီးရီးတွင် ရှေ့ဆက်ပါ

အလားတူ အသံသွင်းစာအုပ်များ

Sumit Kaul က ဇာတ်ပြောသည်